Sun. Oct 6th, 2024

UP New Bharti 2024 : उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (UPSRTC) ने हाल ही में घोषणा की है कि वह अक्टूबर में 5000 ड्राइवरों और 10,000 कंडक्टरों की भर्ती के लिए नोटिफिकेशन जारी करेगा। यह भर्ती पूरी तरह से आउटसोर्सिंग के माध्यम से होगी। वर्तमान में निगम में करीब 55,000 कर्मचारी कार्यरत हैं। हाल ही में, मृतक आश्रितों ने नौकरी की मांग को लेकर मुख्यालय के बाहर धरना दिया था। इस संदर्भ में, राज्य सरकार उनके मुद्दों के समाधान के लिए एक प्रस्ताव लाने पर विचार कर रही है। यूपीएसआरटीसी के प्रबंध निदेशक, मासूम अली सरवर, ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि सरकार के साथ बातचीत जारी है और निगम इस बार फायदे में है, जिससे नियुक्तियों की प्रक्रिया सरलता से आगे बढ़ सकेगी। उन्होंने मृतक आश्रितों से अपील की कि वे धरना प्रदर्शन न करें और सरकार पर विश्वास रखें।

यूपीएसआरटीसी की नई भर्ती

प्रबंध निदेशक ने जानकारी दी कि निगम में 4500 नई बसें शामिल की जाएंगी, जिससे कुल 7000 बसों का संचालन होगा। प्रदूषण नियंत्रण के लिए, डीजल बसों के स्थान पर इलेक्ट्रिक बसों का उपयोग किया जाएगा। नई बसों में बेहतर सुविधाएँ दी जाएंगी, और ड्राइवरों को वर्दी और नाम प्लेट भी प्रदान की जाएगी। अगले महीने से ड्राइवरों को वर्दी के लिए दो महीने के पैसे भी दिए जाएंगे।

सरवर ने बताया कि 120 नई बसों की खरीद की जाएगी, जिनमें से 100 का ऑर्डर पहले ही दिया जा चुका है। इसके अलावा, 3000 बसें अनुबंधित हैं और 9500 बसें निगम की हैं। उन्होंने बताया कि 5000 इलेक्ट्रिक बसों का ऑर्डर भी दिया जाएगा, और इसके लिए ग्रीन रूट की पहचान की गई है। बस अड्डों का विकास एयरपोर्ट की तर्ज पर किया जाएगा, जहाँ यात्रियों को बिना किसी चार्ज के सुविधाएँ मिलेंगी।

बस अड्डों का आधुनिकीकरण

यूपीएसआरटीसी ने पहले फेज में 23 बस अड्डों के लिए बोली निकाली थी, जिनमें से 11 को अंतिम रूप दिया गया है। कुछ स्थानों पर निर्माण कार्य शुरू हो चुका है, जबकि बाकी के लिए कैबिनेट एग्रीमेंट का इंतजार किया जा रहा है। इसके अलावा, 50 नए बस अड्डों के लिए फीजिबिलिटी रिपोर्ट मुख्यमंत्री के समक्ष प्रस्तुत की जाएगी, जिसके बाद कैबिनेट से अनुमोदन लिया जाएगा।

महिला ड्राइवरों की भर्ती

महिला ड्राइवरों की संख्या बढ़ाने के लिए कौशल व आजीविका मिशन के साथ एक एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए हैं। कार्यबल में महिलाओं का एक निश्चित प्रतिशत होगा, जिससे उन्हें नए रोजगार के अवसर मिलेंगे। इसके साथ ही, समूह घ के अफसरों की नियुक्ति लोक सेवा आयोग के माध्यम से कराने की अनुमति दी गई है, जिससे मैनपावर की गुणवत्ता में सुधार होगा।

सुरक्षा और दुर्घटनाओं की रोकथाम

एमडी ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए ड्राइवरों और कंडक्टरों की ट्रेनिंग और काउंसलिंग की जा रही है। इसके लिए एन्टी स्लीपिंग डिवाइस भी लगाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि निगम की छोटी रूट की बसें अक्सर लेट चलती हैं, जिसके समाधान के लिए पिछले 15 दिनों में समय की पाबंदी पर ध्यान दिया गया है।

तकनीकी नवाचार

यूपीएसआरटीसी द्वारा एक सुपर एप विकसित किया जा रहा है, जिससे 100 बस अड्डों पर बड़ी स्क्रीनें लगाई जाएंगी। नवरात्रि के दौरान यात्रियों को सभी गाड़ियों की जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी। इस एप के माध्यम से यात्री बसों की लोकेशन, स्पीड और ढाबों पर रुकने की जानकारी प्राप्त कर सकेंगे।

एमडी ने बताया कि मिनी कंट्रोल रूम 20 रीजन में स्थापित किए गए हैं, और अक्टूबर के पहले सप्ताह में नई तकनीक का गो लाइव किया जाएगा। बस अड्डों पर आधुनिक अनाउंसमेंट सिस्टम भी स्थापित किए जा रहे हैं, और 5000 बसों में पैनिक बटन लगाए जाएंगे।

निष्कर्ष

इन योजनाओं के माध्यम से यूपी रोडवेज न केवल यात्रियों को बेहतर सुविधाएँ प्रदान करेगा, बल्कि रोजगार के नए अवसर भी सृजित करेगा। ये सभी विकासात्मक कदम निगम की कार्यक्षमता को बढ़ाने और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।

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